बी बी एम बी ने धनोटू से बग्गी सडक़ का दस दिन में निर्माण नही किया तो करेंगे चक्का जाम
नाचन विधानसभा क्षेत्र के ग्रामीणों ने बीबीएमबी चीफ इंजीनियर को सौंपा ज्ञापन
नेक्स्ट न्यूज ब्यूरो
सुंदरनगर 17 जून (अंसारी)
नाचन विधानसभा क्षेत्र के ग्रामीणों ने बीबीएमबी की धनोटू बग्गी सडक़ की दुर्दशा को लेकर मोर्चा खोल दिया है। स्थानीय लोगों ने बीबीएमबी के चीफ इंजीनियर को सुंदरनगर में ज्ञापन सौंपकर बग्गी से धनोटू सडक़ के निर्माण की मांग की है। नाचन विधानसभा क्षेत्र के पूर्व प्रत्याशी लाल सिंह कौशल के नेतृत्व में विशाल सुधार समिति के अध्यक्ष सिद्धु राम, सलवाहन पंचायत के प्रधान पंकज चौधरी, तिलक राम, विपिन कुमार और रवि कुमार सहित प्रतिनिधियों ने इस संबंध में चीफ इंजीनियर को सौंपा है। उन्होंने ज्ञापन में चेतावनी दी है कि जल्द ही बग्गी से धनोटू सडक़ का निर्माण कार्य नहीं किया गया तो ग्रामीण धनोटूू चौक पर धरना प्रदर्शन करेंगे और चक्का भी जाम करेंगे। जिसके जिम्मेदारी मुख्य अभियंता के रहेगी। इस अवसर पर लाल सिंह ने कहा कि लंबे समय से बीबीएमबी के नियंत्रण की नहर के किनारे पर धनोटू से लेकर बग्गी सडक़ टूट फूट कर गड्ढे पड़े हुए। जिस कारण इस क्षेत्र में कई लोगों की दुर्घटना में मौत भी हो चुकी है और कईयों की गंभीर रूप से घायल होकर लंबे समय तक परेशानी झेलनी पड़ गई है। उन्होंने कहा कि बीबीएमबी प्रबंधन क्षेत्र के लोगों की सुविधाओं की अनदेखी करता है। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि स्थानीय लोगों की जमीन लेकर राष्ट्र निर्माण की भूमिका निभाने वाले बीबीएमबी ने स्थानीय लोगों की हित को दरकिनार कर दिया है। उन्होंने कहा कि बार.बार टेंडर होने के बहाने लगाए जाते हैं। कई तरह से ग्रामीणों को झांसा दिया जाता है। उन्होंने कहा कि हमने कई बार अधिकारियों को इस संबंध में बात भी की है। लेकिन कोई भी कार्रवाई नहीं हो पाई है। उन्होंने कहा कि कहने को तो बीबीएमबी प्रबंधन इस सडक़ के लिए 2 साल से एक करोड़ रुपए स्वीकृत होने की बात कर रही है। मगर सच्चाई यी है कि अभी तक टेंडर प्रक्रिया भी शुरू नहीं कर पाई गई है। उन्होंने कहा कि अगर 10 दिन के अंदर इस सडक़ का गलती में सुधार कर निर्माण शुरू नहीं हुआ, तो हम सभी स्थानीय वासी कांग्रेस कार्यकर्ता सहित स्थानीय लोग धनोटूू चौक पर धरना प्रदर्शन करेंगे और चक्का भी जाम करने से गुरेज नहीं करेंगे। उन्होंने कहा कि अगर कोई भी अनहोनी होगी तो उसके जिम्मेदार बीबीएमबी प्रबंधन और प्रशासन होगा। उन्होंने इस सबंध में आपदा प्रबंधन के दावे करने वाली प्रदेश सरकार भी कोई हस्जक्षेप नहीं कर पाई है।