AIIMS: एम्स बिलासपुर में एमजे सोलंकी वर्करों का वेतन की मांग को लेकर धरना-प्रदर्शन

एम्स बिलासपुर में वर्करों का वेतन की मांग को लेकर धरना-प्रदर्शन

AIIMS: एम्स बिलासपुर: वर्करों का वेतन की मांग को लेकर धरना-प्रदर्शन
AIIMS: एम्स बिलासपुर

बिलासपुर एम्स निर्माण में लगे वर्करों ने एम्स परिसर में मंगलवार को सुबह आठ बजे ही अपनी मांगों को लेकर प्रबंधन के खिलाफ धरना-प्रदर्शन किया। दो घंटे तक सोलंकी कंपनी के करीब 300 वर्करों ने अपने हको को लेकर कंपनी प्रबंधन केखिलाफ जमकर रोष प्रदर्शन किया।
वर्करों ने आरोप लगाया कि पिछले दो से तीन वर्षों से एम्स के निर्माण कार्य कर रहे वर्कर्स को कम दिहाड़ी पर काम करवाने और कई सुविधाओं से वंचित किया जा रहा है।

एम्स बिलासपुर: वर्करों का वेतन की मांग को लेकर धरना-प्रदर्शन

3 साल से वर्करों से की जाने लगी वेतन की धोखाधडी

कंपनी ने जो वेतन देने का करार किया था, उसे रोक कर अब भुगतान नहीं किया जा रहा है। वर्कर्स ने कहा कि 19600 रूपए की जगह उन्हें मात्र 11000 रूपए ही थमाया जा रहा है। जिसके सबूत वर्करों द्वारा ली गई आरटीआई के माध्यम से इनके वेतन का खुलासा करते हुए दिखाए गए है।

AIIMS: एम्स बिलासपुर:

बताते चले कि हिमाचल प्रदेश में बिलासपुर जिले में एम्स बनाने का कार्य एमएस एमजी सोलंकी कंपनी कर रही है। इस कंपनी में करीब 300 वर्करों कार्य कर रहे है। इन वर्करों को कार्य करने के लिए वेतन के रूप में प्रति माह 19600 रूपए तय किए गए। इसके अलावा विभिन्न सुविधाएं प्रदान करने के बता की गई थी। लेकिन बीते करीब 3 साल से वर्करों से धोखाधडी की जाने लगी है।

बिलासपुर एम्स में रोजगार के नाम पर धोखाधड़ी

अभी हाल ही में एमएस एमजी सोलंकी कंपनी के कुछ कर्मचारियों पर बिलासपुर एम्स में रोजगार के नाम पर धोखाधड़ी करके पैसे ऐंठने का मामला भी उठा था।

वर्करों को डरा धमका रही है नई मैनेजमेंट

वर्करों का आरोप है कि मामले को दबाने के लिए अब कम्पनी ने पैंतरे बाजी शुरू कर दी है। पुराने की जगह नई मैनेजमेंट बिठा दी है। जो अब आए दिन वर्करों को डरा धमका रही है। वर्करों ने नाम न बताने की शर्त पर बताया कि एमएस एमजी सोलंकी कंपनी वेतन मामले पर उन्हें नौकरी से निकालने की भी धमकी दे रही है।

सही वेतन पर समझौता नहीं होने तक नहीं हटेंगे पीछे

AIIMS: एम्स बिलासपुर: वर्करों का वेतन की मांग

इन वर्करों ने कहा कि जब तक सही वेतन पर समझौता नहीं होता पीछे नहीं हटेंगे। वर्करों ने कंपनी को चेताया है कि अगर एक हफ्ते में कर्मचारियों का उनका सही वेतन नहीं दिया गया तो आंदोलन तेज किया जाएगा। इसकी पूरी जिम्मेवारी एमएस एमजी सोलंकी कंपनी के अलावा प्रदेश सरकार, जिला प्रशासन व एम्स प्रशासन की होगी।
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एम्स प्रबंधन ने वर्कर्स से किया काम पर आने का आग्रह

इस मौके पर एम्स के डिप्टी डायरेक्टर लेफ्टिनेंट कर्नल एम हरि हरन ने कर्मचारी वर्ग को अपने कार्य पर लौटने का आग्रह करते हुए बुधवार को एक बजे तक सभी मांगों पर विचार और हल करने का आश्वासन दिया।

…बिलासपुर से कश्मीर ठाकुर की रिपोर्ट।

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