Himachal Forest : वन्यजीव अपराध नियंत्रण पर दी विशेष ट्रेनिंग

Himachal Forest : वन्यजीव अपराध नियंत्रण पर दी विशेष ट्रेनिंग

Himachal Forest: वन्यजीव अपराध नियंत्रण पर दी विशेष ट्रेनिंग
वन्यजीव अपराध नियंत्रण पर दी विशेष ट्रेनिंग

हिमाचल प्रदेश वन अकादमी सुंदरनगर में मानव वन्यजीव संघर्ष शमन और संबंधित मुद्दे जैसे वन्यजीव अपराध नियंत्रण और जांच आदि विषय पर तीन दिवसीय कार्यशाला का 20 मार्च से 22 मार्च 2024 तक आयोजन किया गया। इस आयोजन में वन अपराध, वन्य प्राणी व मनुष्य के बीच में संबंध, वन्य प्राणी सुरक्षा और अपराधियों की खोज, वन्य प्राणी अधिनियम, ट्रैंकुलाईजर बन्दूक को चलाने के बारे में बताया गया।

इसका शुभारम्भ प्रदीप कुमार ठाकुर, भारतीय वन सेवा, अतिरिक्त प्रधान मुख्यअरण्यपाल एवं निदेशक हिमाचल प्रदेश वन अकादमी सुंदर नगर द्वारा दिनांक 20 मार्च 2024 को किया गया। इस कार्यशाला के कोर्स डायरेक्टर सुभाष चंद्र पराशर, भारतीय वन सेवा, संयुक्त निदेशक हिमाचल प्रदेश वन अकादमी द्वारा इसका कार्यशाला के बिषय के बारे में बताया गया।

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Himachal Forest : मानव जीवन से वन्य प्राणियों का संबंध गहरा

मानव जीवन से वन्य प्राणियों का संबंध गहरा जुड़ा है। वन्य प्राणी का संरक्षण कर स्वच्छ पर्यावरण की रक्षा की जा सकती है। इस कार्यशाला में विशेष रूप से प्रशिक्षक के रूप में शामिल हुए डॉक्टर राजेश सिंह, वन्य जीव अपराध विशेषज्ञ, डाक्टर साल्वाडोर , डॉक्टर एस. के गुप्ता, डॉक्टर बी. एस. अधिकारी, सहित वैज्ञानिक वन्य जीव संस्थान देहरादून से ग्रामिनो को वन्य प्राणी व मनुष्य के बीच में संबंध और विभिन्न विषयों पर प्रशिक्षण प्रदान किया।

इनके अतिरिक्त श्री राजेश शर्मा , डीएफओ वन्य जीव मंडल कुल्लू, डॉक्टर विपिन कुमार वेटरनरी ऑफिसर्स, डॉ सुब्रमण्यम वेटरनरी ऑफिसर्स प्रशिक्षण देने हेतु आए थे ।

इस कार्यशाला में हिमाचल प्रदेश वन विभाग के वनरक्षक से लेकर वन परिक्षेत्र अधिकारी के पद तक के 50 प्रशिक्षुओं ने भाग लिया। इस समारोह में श्री पीयूष शर्मा उपनिदेशक,श्री देवेंद्र डोगरा उपनिदेशक, श्री संदीप कुमार उपनिदेशक, बेसरी शर्मा प्रशिक्षक, श्रीमति दुर्गी देवी, कमला देवी, सहायक निदेशक, व चिंता देवी अन्य भी उपस्थित रहे।

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