महुआ केस की होगी CBI जांच-कैश फॉर क्वेरी मामले में निशिकांत दुबे की शिकायत पर लोकपाल के आदेश
भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने महुआ मोइत्रा पर पैसे लेकर संसद में सवाल पूछने का आरोप लगाया था। मामला लोकसभा की एथिक्स कमेटी में गया- जहां महुआ को दोषी पाया गया।
तृणमूल कांग्रेस (TMC) की नेता महुआ मोइत्रा ने संसद में सवाल पूछने के बदले पैसे लेने (कैश फॉर क्वेरी) के केस में सुप्रीम कोर्ट में याचिका लगाई थी। सुप्रीम कोर्ट मई में इस केस की सुनवाई करेगा। जस्टिस संजीव खन्ना और जस्टिस दीपांकर दत्ता की बेंच ने 11 मार्च को हुई सुनवाई में ये बात कही थी। कैश फॉर क्वेरी केस में टीएमसी नेता महुआ मोइत्रा की 8 दिसंबर को सांसदी चली गई थी। महुआ ने निष्कासन के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में याचिका लगाई है।
लोकसभा महासचिव की ओर से सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता ने कोर्ट से गुहार लगाई थी कि किसी संस्था के अनुशासन के अंदरूनी मामले में दखल न दिया जाए।
भाजपा नेता और झारखंड के गोड्डा से सांसद निशिकांत दुबे ने मंगलवार 19 मार्च की रात महुआ मोइत्रा को लेकर पोस्ट किया। निशिकांत ने ग् पर लिखा. आज मेरी शिकायत को सही मानते हुए लोकपाल ने महुआ मोइत्रा के खिलाफ CBI सीबीआई को जांच करने का आदेश दिया यानी चंद पैसों के लिए तृणमूल कांग्रेस की पूर्व सांसद ने हीरानंदानी के साथ भ्रष्टाचार व देश की सुरक्षा को गिरवी रखा।
भाजपा सांसद डॉ निशिकांत दुबे ने CBI जांच के आदेश का लेटर ट्वीट किया