लोकसभा चुनाव की केंद्रीय चुनाव आयोग द्वारा 18वीं लोकसभा के लिए चुनाव कार्यक्रम की घोषणा कर दी है। हिमाचल प्रदेश की कुल चार लोकसभा सीटों के लिए सातवें चरण में चुनाव होगा। इसके अलावा छह विधानसभा सीटों के लिए उपचुनाव होगा। 18वीं लोकसभा चुनाव के लिए हिमाचल प्रदेश की कुल चार सीटों के लिए सातवें चरण में 1 जून को मतदान होगा। सभी चरणों के बाद 4 जून को मतगणना होगी। जबकि छह विधानसभा सीटों पर उपचुनाव भी होगा। ये सीटें कांग्रेस के छह बागी विधायकों के अयोग्य घोषित किए जाने के बाद खाली हुई हैं।
हिमाचल की चार लोकसभा सीटों शिमला, मंडी, कांगड़ा व हमीरपुर के लिए 7 मई को अधिसूचना जारी होगी। 14 मई तक नामांकन दाखिल किए जा सकेंगे। 15 मई को नामांकन पत्रों की छंटनी होगी। 17 मई को नामांकन वापसी होगी। 1 जून शनिवार को मतदान होगा और 4 जून को नतीजे घोषित होंगे। वहीं, लोकसभा के आम चुनाव के साथ छह विधानसभा सीटों पर उपचुनाव भी होगा। ये सीटें कांग्रेस के छह बागी विधायकों के अयोग्य घोषित किए जाने के बाद खाली हुई हैं।
केंद्रीय चुनाव आयोग 18वीं लोकसभा के लिए चुनाव कार्यक्रम की घोषणा कर दी है। हिमाचल प्रदेश की कुल चार लोकसभा सीटों के लिए चुनाव होगा। मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने चुनाव की तारीखों का एलान करते हुए कहा कि लोकसभा चुनाव सात चरणों में होंगे। पहले चरण में 19 अप्रैल को मतदान होगा। दूसरा चरण 26 अप्रैल, तीसरा चरण 7 मई, चैथा चरण 13 मई, पांचवा चरण 20 मई, छठा चरण 25 मई और सातवां चरण 1 को होगा। हिमाचल प्रदेश की चार लोकसभा सीटों के लिए सातवें चरण में 1 जून को मतदान होगा। सभी चरणों के बाद 4 जून को मतगणना होगी।
चुनाव आयोग के अनुसार 26 विधानसभा सीटों के लिए उपचुनाव होगा। इसमें हिमाचल प्रदेश की छह सीटें भी शामिल हैं। इनका चुनाव भी लोकसभा चुनाव शेड्यूल के तहत ही होगा। धर्मशाला, लाहौल-स्पीति, सुजानपुर, बड़सर, गगरेट, कुटलैहड़ विधानसभा सीट के लिए उपचुनाव होगा।
विभिन्न राजनीतिक दलों के स्टार प्रचारकों को चुनाव आयोग के दिशा-निर्देश व्यक्तिगत रूप से उपलब्ध करवाएंगे जाएंगे। आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन को रोकने के लिए यह कदम उठाया जाएगा। नेता प्रचार के दौरान रेड लाइट को क्रॉस करने से बचें। चुनाव प्रचार के लिए बच्चों का इस्तेमाल नहीं हो सकेगा। इस पर कड़ी कार्रवाई होगी। किसी भी उम्मीदवार का आपराधिक रिकॉर्ड है तो उसे तीन बार अखबार और टीवी पर बताना पड़ेगा।
राजनीतिक पार्टी को भी बताना पड़ेगा कि वो उसे टिकट क्यों दे रही है। मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार की शायरी में मतदाताओं को फर्जी खबरें और असत्यापित जानकारी आगे नहीं बढ़ाने की सलाह दी गई है। राजनीति दलों को व्यक्तिगत टिप्पणी व अभद्र भाषा के इस्तेमाल से बचना चाहिए।
85 वर्ष से अधिक उम्र के मतदाता का घर में करवाना जाएगा मतदान
मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने कहा, 85 वर्ष से अधिक उम्र के जितने भी मतदाता हैं, उनके घर जाकर मतदान करवाया जाएगा और जिन्हें 40 फीसदी से अधिक की विकलांगता है, उनके पास हम फॉर्म पहुंचाएंगे अगर वो मतदान का ये विकल्प चुनते हैं। उन्होंने कहा कि 12 राज्यों में महिला मतदाताओं का अनुपात पुरुष मतदाताओं से अधिक है।
साढ़े 21 करोड़ युवा मतदाता इस लोकसभा चुनाव में अपने मत का इस्तेमाल करेंगे। 82 लाख मतदाता 85 वर्ष की आयु से अधिक के हैं। 48 हजार ट्रांसजेंडर मतदाता हैं। इस बार 18 से 19 वर्ष के 1.8 करोड़ मतदाता होंगे। 20 से 29 साल उम्र के 19.74 करोड़ मतदाता होंगे। 82 लाख मतदाता ऐसे हैं, जिनकी उम्र 85 साल से ज्यादा है।
97 करोड़ पंजीकृत मतदाता
मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने कहा हमारे पास 97 करोड़ पंजीकृत मतदाता हैं। 10.5 लाख मतदान केंद्र, 1.5 करोड़ मतदान अधिकारी और सुरक्षा कर्मचारी, 55 लाख ईवीएम व 4 लाख चुनाव वाहन हैं। इस तरह से विश्व में सबसे बड़ा मतदाता वर्ग हमारे देश में है। 10.5 लाख पोलिंग स्टेशन हैं। इसमें 49.7 करोड़ पुरुष और 47 करोड़ महिला मतदाता हैं। 1.82 करोड़ पहली बार मतदाता इन चुनावों में हैं।
हिमाचल में 2,93,875 नए मतदाता डालेंगे वोट
लोकसभा चुनाव की तारीखों का एलान कुछ ही देर में हो जाएगा। हिमाचल की चार लोकसभा सीटों पर होने वाले चुनाव में 2,93,875 से अधिक मतदाता पहली बार अपने मताधिकार का इस्तेमाल करेंगे।
प्रदेश में 55,68,171 से अधिक मतदाता हैं। इनमें से 28,12,976 पुरुष, 27,55,160 महिला और 35 तृतीय लिंग मतदाता शामिल हैं। लोकसभा चुनाव 2019 में 52,62,126 मतदाताओं ने मतदान किया था।
लोकसभा चुनावों में मत प्रतिशतता बढ़ाने के उद्देश्य से वोटरों को पोलिंग बूथ तक ले जाने के लिए राज्य निर्वाचन विभाग विशेष अभियान चलाएगा। निष्पक्ष एवं पारदर्शी चुनावों के लिए खास तैयारियां की जा रही हैं। चुनावों की घोषणा से पहले ही चुनाव अधिकारियों का प्रशिक्षण शुरू कर दिया गया है ताकि चुनावों के दौरान कोई समस्या पेश न आए।
मुख्य निर्वाचन अधिकारी मनीष गर्ग का कहना है कि लोकसभा चुनावों में मत प्रतिशतता बढ़ाने के लिए विशेष प्रयास किए जा रहे हैं। राजनीतिक पार्टी अथवा प्रत्याशी की ओर से वोटरों को किसी भी प्रकार के प्रलोभन दिए जाने पर कार्रवाई के प्रावधानों को लेकर भी लोगों को जागरूक किया जाएगा।