HPGovt-Jal-Shakti-News: पेयजल के लिए भटक रहे जाम्बला के मडेहन और बनौला गांव के लोग
- पेयजल के लिए भटक रहे जाम्बला के मडेहन और बनौला गांव लोग
- पूर्व सीपीएस सोहन लाल ठाकुर से लगाई पीने के पानी को गुहार
- सोहन लाल ठाकुर ने जल शक्ति विभाग को जल्द पानी आपूर्ति के किए निर्देश
सुंदरनगर न्यूज़ 2 हिमाचल। प्रचंड गर्मियों के चलते प्राकृतिक स्त्रोतों के सूखने और पानी कम होने से पेयजल आपूर्ति की समस्या को लेकर सुंदरनगर उपमंडल की ग्राम पंचायत जाम्बला के मडेहन और बनौला गांव के ग्रामीणों का एक प्रतिनिधिमंडल पूर्व सीपीएस सोहन लाल ठाकुर से सुंदरनगर में उनके कार्यालय में मिला।ग्रामीणों में बनौला गांव की शालिन्द्रा, बबली, दमोदरी, कौशल्या, अनु, मंझनु, सुनीता, गोल्ड, सुभाष चंद,चेना राम,चमन लाल,श्रवण कुमार,चमन और रोशन ने सोहन लाल ठाकुर को दिए मांग पत्र में बताया कि गांव में पेयजल आपूर्ति न होने से भारी पेयजल संकट गहराने से सभी ग्रामीणों को भारी परेशानियों और समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है।ग्रामीणों ने सोहन लाल ठाकुर को समस्या से विस्तारपूर्वक अवगत करवाया। और अतिशीघ्र समाधान करने की गुहार लगाई।
बता दें कि भीषण गर्मी के बीच गांवों में पेयजल को लेकर दिक्कत आ रही है। पानी की कम आपूर्ति से जहां जल भंडारण टैंक सूख रहे हैं वहीं कई स्थानों पर व्यवस्था में खामी के कारण घरों तक पर्याप्त पानी नहीं पहुंच रहा है। हालात यह हैं कि अनेक गांवों में लोग पीने का पानी के लिए भटक रहे हैं। कई किलोमीटर दूर से सिर पर पानी की बाल्टियां ढो रहे हैं।
सुंदरनगर में पिने के पानी कि समस्या कोई नई बात नहीं है। विभाग के कर्मचारी और कई अधिकारी इस दौर में मनमानी कर चांदी कूटने में लगे रहते है तो कई नेता राजनितिक रोटियां सेकने में लगे रहते है। जिसका खामियाजा आमजन गरीब जनता को पानी कि परेशानी झेल कर उठना पढता है।
इधर, ग्रामीणों की समस्या के समाधान हेतु सोहन लाल ठाकुर ने जल शक्ति मण्डल सुंदरनगर के अधिकारियों से क्षेत्र की पेयजल योजनाओं की फीडबैक लेते हुए ग्रामीणों की समस्या व परेशानी का हल करने के लिए बात की गई और विभाग को जल्द से जल्द दोनों गांव के लिए वैकल्पिक रूप से अन्य स्त्रोत से पेयजल आपूर्ति की लाइन जोड़ते हुए समस्या के हल के निर्देश दिए।
वही- उन्होंने कहा की दोनों गांव के पेयजल स्त्रोत में प्रचंड गर्मियों के चलते पानी का स्तर बहुत कम हो गया है, जिससे पेयजल संकट गहराया हुआ है।वैकल्पिक स्त्रोत से पेयजल आपूर्ति होने से समस्या का हल किया जा रहा है।
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