Manipur-BJP-मणिपुर पर चुनावों में भी नहीं बोले प्रधानमंत्री मोदी-सन्नी ईपन

Manipur-BJP-मणिपुर पर चुनावों में भी नहीं बोले प्रधानमंत्री मोदी-सन्नी ईपन

Manipur-BJP-मणिपुर पर चुनावों में भी नहीं बोले प्रधानमंत्री मोदी-सन्नी ईपन
-मणिपुर पर चुनावों में भी नहीं बोले प्रधानमंत्री मोदी-सन्नी ईपन

हिमाचल प्रदेश काग्रेस कमेटी अल्पख्यक विभाग के ज़िला मंडी के अध्यक्ष सन्नी ईपन ने मणिपुर के अन्दर ही सैंकडो गिरजाघरों को जलाया गया और सैंकड़ों ईसाइयों का खुले आम हत्या की गई। उनके महिलाओं को निर्वस्त्र करके भीड़ के बीच घुमाया और दुष्कर्म किया गया। ईपन ने कहा कि रविवार को जारी बयान में कहा कि आज तक हमारे देश के प्रधानमंत्री, वहां उनका हाल चाल पूछने नहीं पहुंच सके।

अल्पसंख्यकों पर अन्याय और अत्याचार पर भाजपा ने नहीं जताई चिंता

अल्पसंख्यकों पर अन्याय और अत्याचार के मामले पर भाजपा ने चिंता नहीं जताई है। एक तरफ तो वे और उनके कुछ मित्र, पडोसी देश पाकिस्तान और बांग्लादेश के कुछ हिंदु अल्पसंख्यकों पर चिंता जताते है। परंतु अपने ही देश के अल्पसंख्यकों पर हो रहे अन्याय और अत्याचार पर उन्हे और भारतीय जनता पार्टी को चिंता जताते नहीं देखा गया। बल्कि इसके विपरित हमेशा उन्हे कोसा और उन के प्रति झूठ फैलाकर नफरत का बीज बोया गया।

जाति के आधार पर देश को बांटने में पी एम् नरेंद्र मोदी राजधर्म का निर्वहन करना भूल गए

अध्यक्ष सन्नी ईपन ने कहा कि देश में जाति के आधार पर बांटने में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी राजधर्म का निर्वहन करना भूल गए है। लोकसभा चुनावों के दो चरण में हुए मतदान से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की हवा निकल गई है और निम्न स्तर की राजनीति की जा रही है।

अध्यक्ष सन्नी ईपन ने धर्म रक्षक या धर्म भक्षक ? के सवाल पूछते हुए कहा कि पिछले कुछ वर्षों से हमारे देश में जिस प्रकार से धर्म के नाम पर राजनीति की जा रही है। उससे यहां अनेक धर्म रक्षक पैदा हों गए है। और इन धर्म रक्षकों ने सैकड़ों निर्दाेषों को प्रताडित किया और अल्पसंख्यक लोगों के अनेक धार्मिक स्थलों पर पथराव और तोड़फोड़ किए।

उन्होेंने कहा कि कुछ समय पहले जिला मंडी के एक गांव में ईसाई धर्म के लोगों को अपने ही घर में प्रार्थना और भजन कीर्तन करने से रोका गया और उन पर कुछ धर्म रक्षकों ने जबरदस्ती धर्म परिवर्तन का आरोप लगाया। जिसे ज़िला उपायुक्त मंडी द्वारा छान बीन के उपरांत, पूरी तरह से उनके प्रति एक झूठा षडयंत्र बताया गया था।


इस प्रकार के झूठे आरोप केवल यहीं एकमात्र नहीं, बल्कि पूरे देश मे इन धर्म रक्षकों द्वारा  अनेकों ईसाईयों पर ऐसे जबरदस्ती धर्म परिवर्तन के झूठे आरोप लगाकर करके भोले भाले देश वासियों के मनों में नफरत के बीज बोया गया है।
उन्होंने युवाओं को धर्म रक्षकों के झांसे न आने और मानव जाति के प्रती इस प्रकार के नफरत भरे सोच से बचने का आग्रह किया है। कुकर्म को त्यागकर अपने, अपनी पीढ़ी और देश वासियों के हित मे सत्य के मार्ग में चलते हुए सुकर्म करेंगे तब निश्चित रूप से आपके धर्म के कर्म आपके और आपकी पीढ़ियों की रक्षा करेगी।

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