Paramilitary force jawan given grand welcome in Harabagh : अर्ध सेनिक बल की पासिंग आउट परेड के उपरांत किशोरी का भव्य स्वागत
Himachaltoday.in
किशोरी लाल का अर्ध सेनिक बल की पासिंग आउट परेड के उपरांत सुंदरनगर के चमुखा पंचायत के हराबाग पहुंचने पर भव्य स्वागत किया। माता पिता सहित परिवार के सदस्यों, परिजन रूप लाल, रीमा देवी, फूला देई, पिंकू, ज्योति, मामा चुन्नी लाल, नाना निक्का राम, मनी राम, भगत राम, रत्न लाल, अंकू, प्रवीण, प्रिया, पंकज, सुनीता, लज्या, श्याम लाल और जिला परिषद सदस्य कर्म चंद चौपड़ा सहित चुनी लाल तथा कैलास चंद ने हार पहना कर स्वागम किया और शुभकामनाएं दी। किशोरी लाल अब अरुणाचल प्रदेश में सेवाएं देंगे। राज्य स्थान के अलवर सी टी सी में आईटीबीपी ट्रेनिंग हुई है।
किशोरी लाल के परिवार की आर्थिक कमजोर हालत के चलते इस मुकाम को हासिल करने से प्रेरना के रूप में देखा जा रहा है।
पिता रूप लाल और माता के दो बेटे है जिसमें किशोरी लाल छोटा बेटा है और शुरू से ही देश की सेवा में सेना में भर्ती होने का सपना देखने लगा। किशोरी के मामा चुना लाल ने इसके लिए हर संभव प्रयास किया। जिसके फलस्वरूप किशोरी को प्रेरणा मिली और कई बार आवेदन के बाद नाकाम होने के बावजूद बार बार प्रयास करने पर उन्हे सफलता हासिल हुई है। जिससे इनके इस मुकाम पर पहंुचने का मतलब भी अधिक बड गया है।
किशोरी लाल पुत्र रूप लाल आईटीबीपी में सिलेक्ट हो गया और छह महीने तक ट्रेनिंग करने के बाद पासिंग आउट परेड के उपरांत अपने घर आया है। सेना में अग्निवीर बनने की बजाय किशोरी लाल एसएसबी में मोटर मेकेनिक हैड कांसटेबल बने है।
डिप्लोमा करके सेना में सेवाए देने का बनाया था मन
आटो मोबाइल में डिप्लोमा करने के उपरांत किशोरी लाल ने सेना में सेवाए देने का मन बनाया और कई साक्षात्कार भी दिए। किशोरी लाल को आईटीबीपी में भर्ती के दौरान छोटे छोटे बहाने से बाहर किया। जिस पर किशोरी लाल ने भर्ती को काफी गंभीरता से लिया और अपनी मेहनत और निरंतर प्रयास जारी रखे। इस दौरान किशोरी लाल ने आईटीबीपी के लिए कई जगह इंटरव्यू भी दिए है।
शिक्षा के प्रति सोच के कारण हासिल हुआ यह मुकाम
किशोरी लाल ने कहा कि इनके मामा चुनी लाल मामी सुनीता देवी और परिजनों की शिक्षा के प्रति सोच के कारण आर्थिक कमजोरी के बावजूद यह मुकाम हासिल हुआ है।
पिता रूप लाल और माता रीमा देवी के छोटा पुत्र किशोरी लाल गरीब परिवार से तालुक रखता है। इनका बडा भाई नीजि क्षेत्र में डिप्लोमा इंजीनियर है। किशोरी लाल ने राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला जडोल से दसवीं तथा धवाल स्कूल से जमा दो की शिक्षा प्राप्त की और अर्की से बहुतकनीकी कालेज से आटो मोबाइल में डिप्लोमा हासिल किया। इसके उपरांत अपने पिता के ढाबे के कारोबार में मदद करता रहा है।
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